माँ आदिशक्ति का तीसरा स्वरूप माँ चंद्रघंटा :

माँ चंद्रघंटा देवी माँ दुर्गा की तीसरी शक्ति हैं।

इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इस कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है।

मां चंद्रघंटा ने असुरों के साथ युद्ध में घंटे की टंकार से असुरों को चित कर दिया था। यह नाद की देवी हैं, स्वर विज्ञान की देवी हैं।

माँ चंद्रघंटा देवी की आराधना से साधक में वीरता और निर्भयता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का विकास होता है।

NEXT - आप हैरान रह जाएंगे गाय के बारे में ये रोचक तथ्य जानकर...