बजरंग रखना सदैव ध्यान जीवन में ना कोई संकट आवे तू ही तो है बस एक महान बजरंग रखना मेरा ध्यान।।

दुख दरिद्र निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे।।

दुनिया की रचना जो करें कहते उसे भगवान हैं दीन दुखियों की जो पीड़ा हरे वही तो हनुमान है।।

जिसके मन में राम , तन में राम स्वास के कण-कण में राम भक्त प्रिय लागे जो मेरे प्यारे हनुमान।।

NEXT - हे ईश्वर !मुझे इतना नीचे भी मत गिराना, कि मैं पुकारूँ और तू सुन न पाये और, इतना ऊँचा भी मत उठाना कि, तू पुकारे और मैं सुन न पाऊँ…!!!