मृत्यु को जीतकर जो मृत्युंजय कहलाता है कर लो चरण वंदना यही तो भोला बाबा है।।

Bhajan Sangrah

इंसान को अपने कर्मों पर पूरा विश्वास हैं तो महादेव उस पर असीम कृपा बरसाते हैं.

Bhajan Sangrah

शिव के चरणों में मिलता है सारे तीरथ सारे धाम कहां कहां तू है घूमता रहता है रे ओ नादान।।

Bhajan Sangrah

जो शिव का हो जाता है वह शव की चिंता से मुक्त हो जाता है।।

Bhajan Sangrah

जिसके जयघोष से छोड़ देता समुद्र किनारा हिल जाता ब्रह्मांड भी गूंजता जब महादेव का नारा। ।