पांच स्वर्ण बाणों की कहानी :

कौरव महाभारत का युद्ध हरने की कगार पर थे। दुर्योधन ने एक रात भीष्म से संपर्क किया

और पांडवों के प्रति उनके स्नेह के कारण महाभारत युद्ध को अपनी पूरी ताकत से न लड़ने का आरोप लगाया। भीष्म बहुत नाराज हुए,

उन्होंने तुरंत 5 सुनहरे तीर उठाकर मंत्र जप करते हुए घोषणा की कि वह कल 5 पांडवों को 5 स्वर्ण बाणों से मार देंगे। दुर्योधन को उनकी बातों पर

विश्वास नहीं होने पर भीष्म से कहा कि दुर्योधन इन बाणों को रख ले और सुबह युद्ध से पहले उन्हें वापस कर दे जिसके बाद वो उनसे पांडवों का वध कर देंगे।

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