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राम अमृतवाणी लिरिक्स (Ram Amritvani Lyrics) - Anuradha Paudwal


राम अमृतवाणी लिरिक्स हिंदी में (Ram Amritvani Lyrics In Hindi)

रामामृत पद पावन वाणी,
राम नाम धुन सुधा सामानी,
पावन पाथ राम गन ग्राम,
राम राम जप राम ही राम । 1 ।
 
परम सत्य परम विज्ञान,
ज्योति स्वरूप राम भगवान,
परमानंद, सर्वशक्तिमान,
राम परम है राम महान । 2 ।
 
अमृत ​​वाणी नाम उच्चाहरान,
राम राम सुख सिद्धिकारण,
अमृतवानी अमृत श्री नाम,
राम राम मुद मंगल धाम । 3 ।
 
अमृतरूप राम-गुण गान,
अमृत-कथन राम व्याख्यान,
अमृत-वचन राम की चर्चा,
सुधा सम गीत राम की अर्चा । 4 ।
 
अमृत ​​मनन राम का जाप,
राम राम प्रभु राम अलाप,
अमृत ​​चिंतन राम का ध्यान,
राम शब्द में सूचि समाधन । 5 ।
 
अमृत ​​रसना वही कहवा,
राम-राम, जहां नाम सुहावे,
अमृत ​​कर्म नाम कमानी,
राम-राम परम सुखदायी । 6 ।
 
अमृत ​​राम-नाम जो ही ध्यावे,
अमृत पद सो ही जन पावे,
राम-नाम अमृत-रास सार,
देता परम आनन्द अपार । 7 ।
 
राम-राम जप हे माणा,
अमृत वाणी मान,
राम-नाम मे राम को,
सदा विराजित जान । 8 ।
 
राम-नाम मद-मंगलकारी,
विध्ण हरे सब पातक हारी,
राम नाम शुभ-शकुण महान,
स्वस्ती शांति शिवकर कल्याण । 9 ।
 
राम-राम श्री राम-विचार,
मानी उत्तम मंगलाचार,
राम-राम मन मुख से गाना,
मानो मधुर मनोरथ पाना । 10 ।
 
राम-नाम जो जन मन लावे,
उसमे शुभ सभी बस जावे,
जहां हो राम-नाम धुन-नाद,
भागे वहा से विषम विषाद । 11 ।
 
राम-नाम मन-तप्त बुझावे,
सुधा रस सीच शांति ले आवे,
राम-राम जपिये कर भाव,
सुविधा सुविध बने बनाव । 12 ।
 
राम-नाम सिमरो सदा,
अतिशय मंगल मूल,
विषम विकट संकट हरन,
कारक सब अनुकूल । 13 ।
 
जपना राम-राम है सुकृत,
राम-नाम है नाशक दुष्कृत,
सिमरे राम-राम ही जो जन,
उसका हो शुचित्र तन-मन । 14 ।
 
जिसमे राम-नाम शुभ जागे,
उस के पाप-ताप सब भागे,
मन से राम-नाम जो उच्चारे,
उस के भागे भ्रम भय सारे । 15 ।
 
जिस मन बस जाए राम सुनाम,
होवे वह जन पूर्णकाम,
चित में राम-राम जो सिमरे,
निश्चय भव सागर से तारे । 16 ।
 
राम-सिमरन होव साहै,
राम-सिमरन है सुखदायी,
राम सिमरन सब से ऊंचा,
राम शक्ति सुख ज्ञान समूचा । 17 ।
 
राम-राम हे सिमर मन,
राम-राम श्री राम,
राम-राम श्री राम-भज,
राम-राम हरि-नाम । 18 ।
 
मात पिता बांधव सूत दारा,
धन जन साजन सखा प्यारा,
अंत काल दे सके ना सहारा,
राम-नाम तेरा तारण हारा । 19 ।
 
सिमरन राम-नाम है संगी,
सखा स्नेही सुहिर्द शुभ अंगी,
यूग-यूग का है राम सहेला,
राम-भगत नहीं रहे अकेला । 20 ।
 
निर्जन वन विपद हो घोर,
निबर्ध निशा तम सब ओर,
जोत जब राम नाम की जागे,
संकट सर्व सहज से भागे । 21 ।
 
बाधा बड़ी विषम जब आवे,
वैर विरोध विघ्न बढ़ जावे,
राम नाम जपिये सुख दाता,
सच्चा साथी जो हितकर त्राता । 22 ।
 
मन जब धैर्य को नहीं पावे,
कुचिन्ता चित्त को चूर बनावे
राम नाम जपे चिंता चूरक,
चिंतामणि चित्त चिंतन पूरक । 23 ।
 
शोक सागर हो उमड़ा आता,
अति दुःख में मन घबराता,
भजिये राम-राम बहु बार,
जन का करता बेड़ा पार । 24 ।
 
करधी घरद्धि कठिनतर काल,
कष्ट कठोर हो क्लेश कराल,
राम-राम जपिये प्रतिपाल,
सुख दाता प्रभु दीनदयाल । 25 ।
 
घटना घोर घटे जिस बेर,
दुर्जन दुखरदे लेवेँ घेर,
जपिये राम-नाम बिन देर,
रखिये राम-राम शुभ टेर । 26 ।
 
राम-नाम हो सदा सहायक,
राम-नाम सर्व सुखदायक,
राम-राम प्रभु राम की टेक,
शरण शान्ति आश्रय है एक । 27 ।
 
पूँजी राम-नाम की पाइये,
पाथेय साथ नाम ले जाइये,
नाशे जन्म मरण का खटका,
रहे राम भक्त नहीं अटका । 28 ।
 
राम-राम श्री राम है,
तीन लोक का नाथ,
परम-पुरुष पावन प्रभु,
सदा का संगी साथ । 29 ।
 
यज्ञ तप ध्यान योग ही त्याग,
वन कुटी वास अति वैराग,
राम-नाम बिना नीरस फोक,
राम-राम जप तरिये लोक । 30 ।
 
राम-जाप सब संयम साधन,
राम-जाप है कर्म आराधन,
राम-जाप है परम-अभ्यास,
सिम्रो राम-नाम सुख-रास । 31 ।
 
राम-जाप कही ऊंची करनी,
बाधा विघ्न बहु दुःख हरनी,
राम-राम महा-मंत्र जपना,
है सुव्रत नेम तप तपना । 32 ।
 
राम-जाप है सरल समाधि,
हरे सब आधी व्याधि उपाधि,
रिद्धि-सिद्धि और नव-निधान,
डाटा राम है सब सुख-खान । 33 ।
 
राम-राम चिन्तन सुविचार,
राम-राम जप निश्चय धार,
राम-राम श्री राम-ध्याना,
है परम-पद अमृत पाना । 34 ।
 
राम-राम श्री राम हरी,
सहज पराम है योग,
राम-राम श्री राम जप,
देता अमृत-भोग । 35 ।
 
नाम चिंतामणि रत्न अमोल,
राम-नाम महिमा अनमोल,
अतुल प्रभाव अति-प्रताप,
राम-नाम कहा तारक जाप । 36 ।
 
बीज अक्षर महा-शक्ति-कोष,
राम-राम जप शुभ-संतोष,
राम-राम श्री राम-राम मंत्र,
तंत्र बीज परात्पर यन्त्र । 37 ।
 
बीजाक्षर पद पद्मा प्रकाशे,
राम-राम जप दोष विनाशे,
कुण्डलिनी बोधे, सुष्मना खोले,
राम मंत्र अमृत रस घोले । 38 ।
 
उपजे नाद सहज बहु-भांत,
अजपा जाप भीतर हो शांत,
राम-राम पद शक्ति जगावे,
राम-राम धुन जभी रमावे । 39 ।
 
राम-नाम जब जगे अभंग,
चेतन-भाव जगे सुख संग,
ग्रंथि अविद्या टूटे भारी,
राम-लीला की खिले फुलवारी । 40 ।
 
पतित-पावन परम-पाठ,
राम-राम जप योग,
सफल सिद्धि कर साधना,
राम-नाम अनुराग । 41 ।
 
तीन लोक का समझीये सार,
राम-नाम सब ही सुखकार,
राम-नाम की बहुत बरदाई,
वेद पुराण मुनि जन गाई । 42 ।
 
यति सती साधू संत सयाने,
राम नाम निष्-दिन बखाने,
तापस योगी सिद्ध ऋषिवर,
जाप्ते राम-नाम सब सुखकर । 43 ।
 
भावना भक्ति भरे भजनीक,
भजते राम-नाम रमणीक,
भजते भक्त भाव-भरपूर,
भ्रम-भय भेद-भाव से दूर । 44 ।
 
पूर्ण पंडित पुरुष-प्रधान,
पावन-परम पाठ ही मान,
करते राम-राम जप-ध्यान,
सुनते राम अनहद तान । 45 ।
 
इस में सुरति सुर रमाते,
राम राम स्वर साध समाते,
देव देवीगन दैव विधाता,
राम-राम भजते गनत्राता । 46 ।
 
राम राम सुगुणी जन गाते,
स्वर-संगीत से राम रिझाते,
कीर्तन-कथा करते विद्वान्,
सार सरस संग साधनवान । 47 ।
 
मोहक मंत्र अति मधुर,
राम-राम जप ध्यान,
होता तीनो लोक में,
राम-नाम गन-गान । 48 ।
 
मिथ्या मन-कल्पित मत-जाल,
मिथ्या है मोह-कुमद-बैताल,
मिथ्या मन-मुखिआ मनोराज,
सच्चा है राम-राम जप काज । 49 ।
 
मिथ्या है वाद-विवाद विरोध,
मिथ्या है वैर निंदा हाथ क्रोध
मिथ्या द्रोह दुर्गुण दुःख कहाँ,
राम-नाम जप सत्य निधान । 50 ।
 
सत्य-मूलक है रचना साड़ी,
सर्व-सत्य प्रभु-राम पसारि,
बीज से तरु मक्करधी से तार,
हुआ त्यों राम से जग विस्तार । 51 ।
 
विश्व-वृक्ष का राम है मूल,
उस को तू प्राणी कभी न भूल,
सां-साँस से सीमार सुजान,
राम-राम प्रभु-राम महान । 52 ।
 
लाया उत्पत्ति पालना-रूप,
शक्ति-चेतना आनंद-स्वरुप,
आदि अन्त और मध्य है राम,
अशरण-शरण है राम-विश्राम । 53 ।
 
राम-राम जप भाव से,
मेरे अपने आप,
परम-पुरुष पालक-प्रभु,
हर्ता पाप त्रिताप । 54 ।
 
राम-नाम बिना वृथा विहार,
धन-धान्य सुख-भोग पसार,
वृथा है सब सम्पद सम्मान,
होव तँ यथा रहित प्रान । 55 ।
 
नाम बिना सब नीरस स्वाद,
ज्योँ हो स्वर बिना राग विषाद,
नाम बिना नहीं साजे सिंगार,
राम-नाम है सब रस सार । 56 ।
 
जगत का जीवन जानो राम,
जग की ज्योति जाज्वल्यमान,
राम-नाम बिना मोहिनी-माया,
जीवन-हीं यथा तन-छाया । 57 ।
 
सूना समझीये सब संसार,
जहां नहीं राम-नाम संचार,
सूना जानिये ज्ञान-विवेक,
जिस में राम-नाम नहीं एक । 58 ।
 
सूने ग्रन्थ पंथ मत पोथे,
बने जो राम-नाम बिन थोथी,
राम-नाम बिन वाद-विचार,
भारी भ्रम का करे प्रचार । 59 ।
 
राम-नाम दीपक बिना,
जान-मन में अंधेर,
रहे इस से हे मम-मन,
नाम सुमाला फेर । 60 ।
 
राम-राम भज कर श्री राम,
करिये नित्य ही उत्तम काम,
जितने कर्त्तव्य कर्म कलाप,
करिये राम-राम कर जाप । 61 ।
 
करिये गमनागम के काल,
राम-जाप जो कर्ता निहाल,
सोते जागते सब दिन याम,
जपिये राम-राम अभिराम । 62 ।
 
जाप्ते राम-नाम महा माला,
लगता नरक-द्वार पै टाला,
जाप्ते राम-राम जप पाठ,
जलते कर्म बंध यथा काठ । 63 ।
 
तान जब राम-नाम की तूती,
भांडा-भरा अभाग्य भया फूटे,
मनका है राम-नाम का ऐसा,
चिंता-मणि पारस-मणि जैसा । 64 ।
 
राम-नाम सुधा-रस सागर,
राम-नाम ज्ञान गुण-अगर,
राम-नाम श्री राम-महाराज,
भाव-सिंधु में है अतुल-जहाज । 65 ।
 
राम-नाम सब तीर्थ-स्थान,
राम-राम जप परम-स्नान,
धो कर पाप-ताप सब धुल,
कर दे भया-भ्रम को उन्मूल । 66 ।
 
राम जाप रवि-तेज सामान
महा-मोह-ताम हरे अज्ञान,
राम जाप दे आनंद महान,
मिले उसे जिसे दे भगवान् । 67 ।
 
राम-नाम को सिमरिये,
राम-राम एक तार,
परम-पाठ पावन-परम,
पतित अधम दे तार । 68 ।
 
माँगूँ मैं राम-कृपा दिन रात,
राम-कृपा हरे सब उत्पात,
राम-कृपा लेवे अंट सँभाल,
राम-प्रभु है जन प्रतिपाल । 69 ।
 
राम-कृपा है उच्तर-योग,
राम-कृपा है शुभ संयोग,
राम-कृपा सब साधन-मर्म,
राम-कृपा संयम सत्य धर्म । 70 ।
 
राम-नाम को मन में बसाना,
सुपथ राम-कृपा का है पाना,
मन में राम-धुन जब फिर,
राम-कृपा तब ही अवतार । 71 ।
 
रहूँ मैं नाम में हो कर लीं,
जैसे जल में हो मीन अड़ीं,
राम-कृपा भरपूर मैं पाऊँ,
परम प्रभु को भीतर लाऊँ । 72 ।
 
भक्ति-भाव से भक्त सुजान,
भजते राम-कृपा का निधान,
राम-कृपा उस जान में आवे,
जिस में आप ही राम बसावे । 73 ।
 
कृपा प्रसाद है राम की देनी,
काल-व्याल जंजाल हर लेनी,
कृपा-प्रसाद सुधा-सुख-स्वाद,
राम-नाम दे रहित विवाद । 74 ।
 
प्रभु-पसाद शिव-शान्ति-दाता,
ब्रह्म-धाम में आप पहुँचाता,
प्रभु-प्रसाद पावे वह प्राणी,
राम-राम जापे अमृत-वाणी । 75 ।
 
औषध राम-नाम की खाईये,
मृत्यु जन्म के रोग मिटाइये,
राम-नाम अमृत रस-पान,
देता अमल अचल निर्वाण । 76 ।
 
राम-राम धुन गूँज से,
भाव-भया जाते भाग,
राम-नाम धुन ध्यान से,
सब शुभ जाते जाग । 77 ।
 
माँगूँ मैं राम-नाम महादान,
करता निर्धन का कल्याण,
देव-द्वार पर जनम का भूखा,
भक्ति प्रेम अनुराग से रूखा । 78 ।
 
पर हूँ तेरा-यह लिए टेर,
चरण पारधे की राखियो मेर,
अपना आप विरद-विचार,
दीजिये भगवन! नाम प्यार । 79 ।
 
राम-नाम ने वे भी तारे,
जो थे अधर्मी-अधम हत्यारे,
कपटी-कुटिल-कुकर्मी अनेक,
तर गए राम-नाम ले एक । 80 ।
 
तर गए धृति-धारणा हीं,
धर्म-कर्म में जन अति दीन,
राम-राम श्री राम-जप जाप,
हुए अतुल-विमल-अपाप । 81 ।
 
राम-नाम मन मुख में बोले,
राम-नाम भीतर पट खोले,
राम-नाम से कमल-विकास,
होवें सब साधन सुख-रास । 82 ।
 
राम-नाम घट भीतर बसे,
सांस-साँस नस-नस से रसे,
सपने में भी न बिसरे नाम,
राम-राम श्री राम-राम-राम । 83 ।
 
राम-नाम के मेल से,
साध जाते सब-काम,
देव-देव देवी यादा,
दान महा-सुख-धाम । 84 ।
 
अहो मैं राम-नाम धन पाया,
कान में राम-नाम जब आया,
मुख से राम-नाम जब गाया,
मन से राम-नाम जब ध्याया । 85 ।
 
पा कर राम-नाम धन-राशि,
घोर-अविद्या विपद विनाशी,
बर्धा जब राम प्रेम का पूर,
संकट-संशय हो गए दूर । 86 ।
 
राम-नाम जो जापे एक बेर,
उस के भीतर कोष-कुबेर,
दीं-दुखिया-दरिद्र-कंगाल,
राम-राम जप होव निहाल । 87 ।
 
हृदय राम-नाम से भरिये,
संचय राम-नाम दान करिए,
घाट में नाम मूर्ती धरिये,
पूजा अंतर्मुख हो करिये । 88 ।
 
आँखें मूँद के सुनिये सितार,
राम-राम सुमधुर झनकार,
उस में मन का मेल मिलाओ,
राम-राम सुर में ही समाओ । 89 ।
 
जपूँ मैं राम-राम प्रभु राम,
ध्याऊँ मैं राम-राम हरे राम,
सिमरूँ मैं राम-राम प्रभु राम,
गाऊं मैं राम-राम श्री राम । 90 ।
 
अमृतवाणी का नित्य गाना,
राम-राम मन बीच रमाणा,
देता संकट-विपद निवार,
करता शुभ श्री मंगलाचार । 91 ।
 
राम-नाम जप पाठ से,
हो अमृत संचार,
राम-धाम में प्रीति हो,
सुगुण-गैन का विस्तार । 92 ।
 
तारक मंत्र राम है,
जिस का सुफल अपार,
इस मंत्र के जाप से,
निश्चय बने निस्तार । 93 ।
 
बोलो राम, बोलो राम,
बोलो राम राम राम ।

राम अमृतवाणी लिरिक्स अंग्रेजी में (Ram Amritvani Lyrics In English)

Ramamrit Pad Pavan Vani,
Ram Nam Dhun Sudha Samani,
Pavan Path Ram Gan Gram,
Ram Ram Jap Ram Hi Ram. 1.
 
Param Satya Param Vigyan,
Jyoti Swaroop Ram Bhagwan,
Paramanand, Sarvashaktiman,
Ram Param Hai Ram Mahan. 2.
 
Amrit Vaani Nam Uchcharan,
Ram Ram Sukh Siddhikaran,
Amritvani Amrit Shri Nam,
Ram Ram Mud Mangal Dham. 3.
 
Amritroop Ram-Gun Gaan,
Amrit-Kathan Ram Vyakhyan,
Amrit-Vachan Ram Ki Charcha,
Sudha Sam Geet Ram Ki Archa. 4.
 
Amrit Manan Ram Ka Jaap,
Ram Ram Prabhu Ram Alap,
Amrit Chintan Ram Ka Dhyan,
Ram Shabd Mein Suchi Samaadhan. 5.
 
Amrit Rasna Vahi Kahawa,
Ram-Ram, Jahaan Nam Suhave,
Amrit Karm Nam Kamaani,
Ram-Ram Param Sukhdaayi. 6.
 
Amrit Ram-Nam Jo Hi Dhyaave,
Amrit Pad So Hi Jan Paave,
Ram-Nam Amrit-Ras Saar,
Deta Param Aanand Apar. 7.
 
Ram-Ram Jap He Maana,
Amrit Vaani Maan,
Ram-Nam Me Ram Ko,
Sada Virajit Jaan. 8.
 
Ram-Nam Mad-Mangalkaari,
Vidhn Hare Sab Paatak Haari,
Ram Nam Shubh-Shakun Mahan,
Swasti Shanti Shivkar Kalyaan. 9.
 
Ram-Ram Shri Ram-Vichaar,
Maani Uttam Mangalaachaar,
Ram-Ram Man Mukh Se Gaana,
Maano Madhur Manorath Paana. 10.
 
Ram-Nam Jo Jan Man Laave,
Usme Shubh Sabhi Bas Jaave,
Jahaan Ho Ram-Nam Dhun-Naad,
Bhaage Vaha Se Visham Vishaad. 11.
 
Ram-Nam Man-Tapt Bujhaave,
Sudha Ras Seech Shaanti Le Aave,
Ram-Ram Japiye Kar Bhav,
Suvidha Suvidh Bane Banaav. 12.
 
Ram-Nam Simro Sada,
Atishay Mangal Mool,
Visham Vikat Sankat Haran,
Kaak Sab Anukool. 13.
 
Japna Ram-Ram Hai Sukrit,
Ram-Nam Hai Naashak Dushkrit,
Simre Ram-Ram Hi Jo Jan,
Uska Ho Shuchitr Tan-Man. 14.
 
Jisme Ram-Nam Shubh Jaave,
Us Ke Paap-Taap Sab Bhaage,
Man Se Ram-Nam Jo Ucchaare,
Us Ke Bhaage Bhram Bhay Saare. 15.
 
Jis Man Bas Jaaye Ram Sunaam,
Hove Vah Jan Poorn-Kaam,
Chit Mein Ram-Ram Jo Simre,
Nishchay Bhav Saagar Se Taare. 16.
 
Ram-Simran Hov Sahai,
Ram-Simran Hai Sukhdaayi,
Ram Simran Sab Se Oocha,
Ram Shakti Sukh Gyaan Samoocha. 17.
 
Ram-Ram He Simar Man,
Ram-Ram Shri Ram,
Ram-Ram Shri Ram-Bhaj,
Ram-Ram Hari-Nam. 18.
 
Maat Pita Baandhav Sut Daara,
Dhan Jan Saajan Sakha Pyaara,
Ant Kaal De Sake Na Sahaara,
Ram-Nam Tera Taaran Haara. 19.
 
Simran Ram-Nam Hai Sangi,
Sakha Snehi Suhird Shubh Angi,
Yug-Yug Ka Hai Ram Sahela,
Ram-Bhagat Nahi Rahe Akela. 20.
 
Nirjan Van Vipad Ho Ghor,
Nibardh Nisha Tam Sab Or,
Jot Jab Ram Nam Ki Jage,
Sankat Sarv Sahaj Se Bhage. 21.
 
Badha Badi Visham Jab Aave,
Vair Virodh Vighn Badh Jaave,
Ram Nam Japiye Sukh Data,
Sachcha Sathi Jo Hitkar Trata. 22.
 
Man Jab Dhairya Ko Nahin Paave,
Kuchinta Chitt Ko Choor Banaave,
Ram Nam Jape Chinta Choork,
Chintamani Chitt Chintan Purak. 23.
 
Shok Sagar Ho Umada Aata,
Ati Dukh Mein Man Ghabrata,
Bhajiye Ram-Ram Bahu Bar,
Jan Ka Kart Beda Paar. 24.
 
Kardhi Ghardhi Kathin Tar Kaal,
Kasht Kathor Ho Klesh Karaal,
Ram-Ram Japiye Pratipal,
Sukh Data Prabhu Deendayal. 25.
 
Ghatna Ghor Ghatye Jis Ber,
Durjan Dukharde Leve Gher,
Japiye Ram-Nam Bin Der,
Rakhiye Ram-Ram Shubh Ter. 26.
 
Ram-Nam Ho Sada Sahayak,
Ram-Nam Sarv Sukhdaayak,
Ram-Ram Prabhu Ram Ki Tek,
Sharan Shanti Aashray Hai Ek. 27.
 
Poonji Ram-Nam Ki Paiye,
Pathye Saath Nam Le Jayiye,
Nashe Janam Maran Ka Khatka,
Rahe Ram Bhakt Nahin Atka. 28.
 
Ram-Ram Shri Ram Hai,
Teen Lok Ka Nath,
Param-Purush Pavan Prabhu,
Sada Ka Sangi Saath. 29.
 
Yajna Tap Dhyan Yog Hi Tyag,
Van Kuti Vaas Ati Vairag,
Ram-Nam Bina Neeras Phok,
Ram-Ram Jap Tariye Lok. 30.
 
Ram-Jap Sab Sanyam Sadhan,
Ram-Jap Hai Karm Aaradhan,
Ram-Jap Hai Param-Abhyas,
Simro Ram-Nam Sukh-Raas. 31.
 
Ram-Jap Kahi Unchi Karni,
Badha Vighn Bahu Dukh Harani,
Ram-Ram Maha-Mantra Japna,
Hai Su-vrat Nem Tap Tapan. 32.
 
Ram-Jap Hai Saral Samadhi,
Hare Sab Aadhi Vyadhi Upadhi,
Riddhi-Siddhi Aur Nav-Nidhan,
Data Ram Hai Sab Sukh-Khaan. 33.
 
Ram-Ram Chintan Su-Vichaar,
Ram-Ram Jap Nishchay Dhaar,
Ram-Ram Shri Ram-Dhyaana,
Hai Param-Pad Amrit Paana. 34.
 
Ram-Ram Shri Ram Hari,
Sahaj Param Hai Yog,
Ram-Ram Shri Ram Jap,
Deta Amrit-Bhog. 35.
 
Naam Chintamani Ratna Amol,
Ram-Nam Mahima Anmol,
Atul Prabhav Ati-Pratap,
Ram-Nam Kaha Tarak Jaap. 36.
 
Beej Akshar Maha-Shakti-Kosh,
Ram-Ram Jap Shubh-Santosh,
Ram-Ram Shri Ram-Ram Mantra,
Tantra Beej Paraatpar Yantra. 37.
 
Beejakshar Pad Pada Prakaashe,
Ram-Ram Jap Dosh Vinaashe,
Kundalini Bode, Sushumna Khole,
Ram Mantra Amrit Ras Ghole. 38.
 
Upje Naad Sahaj Bahu-Bhaant,
Ajapa Jaap Bhitar Ho Shaant,
Ram-Ram Pad Shakti Jagaave,
Ram-Ram Dhun Jabhi Ramaave. 39.
 
Ram-Nam Jab Jage Abhang,
Chetan-Bhaav Jage Sukh Sang,
Granthi Avidya Toota Bhaari,
Ram-Lila Ki Khile Phoolvaari. 40.
 
Patit-Pavan Param-Path,
Ram-Ram Jap Yog,
Safal Siddhi Kar Sadhana,
Ram-Nam Anurag. 41.
 
Teen Lok Ka Samjhiye Saar,
Ram-Nam Sab Hi Sukhkari,
Ram-Nam Ki Bahut Baradai,
Ved Puran Muni Jan Gaai. 42.
 
Yati Sati Sadhu Sant Sayane,
Ram Nam Nish-Din Bakhaane,
Tapas Yogi Siddh Rishi Var,
Japte Ram-Nam Sab Sukhakar. 43.
 
Bhavana Bhakti Bhare Bhajanika,
Bhajate Ram-Nam Ramanika,
Bhajate Bhakt Bhav-Bharpoor,
Bhram-Bhay Bhed-Bhav Se Door. 44.
 
Poorn Pandit Purush-Pradhan,
Pavan-Param Path Hi Maan,
Karte Ram-Ram Jap-Dhyan,
Sunate Ram Anhad Taan. 45.
 
Is Mein Surati Sur Ramate,
Ram-Ram Swar Saadh Samaate,
Dev Devi-Gan Daiv Vidhata,
Ram-Ram Bhajate Ganatraata. 46.
 
Ram Ram Suguni Jan Gaate,
Swar-Sangeet Se Ram Rizhate,
Keertan-Katha Karte Vidwan,
Saar Saras Sang Sadhanvan. 47.
 
Mohak Mantra Ati Madhur,
Ram-Ram Jap Dhyan,
Hota Teeno Lok Mein,
Ram-Nam Gan-Gaan. 48.
 
Mithya Man-Kalpit Mat-Jaal,
Mithya Hai Moh-Kumad-Baitaal,
Mithya Man-Mukhiya Manoraj,
Sachcha Hai Ram-Ram Jap Kaaj. 49.
 
Mithya Hai Vaad-Vivaad Virodh,
Mithya Hai Vair Ninda Haath Krodh,
Mithya Droh Durgun Dukh Kahaan,
Ram-Nam Jap Satya Nidhan. 50.
 
Satya-Moolak Hai Rachna Saari,
Sarv-Satya Prabhu-Ram Pasaari,
Beej Se Taru Makaradhi Se Taar,
Hua To Ram Se Jag Vistara. 51.
 
Vishwa-Vriksha Ka Ram Hai Mool,
Us Ko Tu Prani Kabhi Na Bhool,
Saans Se Seemaar Sujan,
Ram-Ram Prabhu-Ram Mahaan. 52.
 
Laaya Utpatti Paalna-Roop,
Shakti-Chetna Anand-Swaroop,
Aadi Ant Aur Madhya Hai Ram,
Asharan-Sharan Hai Ram-Vishram. 53.
 
Ram-Ram Jap Bhav Se,
Mere Apne Aap,
Param-Purush Paalak-Prabhu,
Harta Paap Tritaap. 54.
 
Ram-Nam Bina Vritha Vihar,
Dhan-Dhanya Sukh-Bhog Pasaar,
Vritha Hai Sab Sampad Sammaan,
Hov Tan Yatha Rahit Praan. 55.
 
Naam Bina Sab Neeras Swaad,
Jyon Ho Swar Bina Raag Vishaad,
Naam Bina Nahin Saaje Singaar,
Ram-Nam Hai Sab Ras Saar. 56.
 
Jagat Ka Jeevan Jaano Ram,
Jag Ki Jyoti Jajvalyamaan,
Ram-Nam Bina Mohini-Maaya,
Jeevan-Hi Yatha Tan-Chhaya. 57.
 
Soona Samjhiye Sab Sansaar,
Jahan Nahin Ram-Nam Sanchar,
Soona Jaaniye Gyan-Vivek,
Jis Mein Ram-Nam Nahin Ek. 58.
 
Soone Granth Panth Mat Pothe,
Bane Jo Ram-Nam Bin Thothe,
Ram-Nam Bin Vaad-Vichaar,
Bhaari Bhram Ka Kare Prachaar. 59.
 
Ram-Nam Deepak Bina,
Jaana-Man Mein Andher,
Rahe Is Se Hey Mam-Man,
Naam Sumaala Pher. 60.
 
Ram-Ram Bhaj Kar Shri Ram,
Kariye Nitya Hi Uttam Kaam,
Jitne Karttavya Karm Kalaap,
Kariye Ram-Ram Kar Jaap. 61.
 
Kariye Gamanagam Ke Kaal,
Ram-Jaap Jo Karta Nihaal,
Sote Jaagate Sab Din Yaam,
Japiye Ram-Ram Abhiram. 62.
 
Jaapte Ram-Naam Maha Maala,
Lagta Narak-Dwaar Pai Taala,
Jaapte Ram-Ram Jap Paath,
Jalate Karm Bandh Yatha Kaath. 63.
 
Taan Jab Ram-Naam Ki Tooti,
Bhaandaa-Bhara Abhaagya Bhaya Phooti,
Manka Hai Ram-Naam Ka Aisa,
Chinta-Mani Paaras-Mani Jaisa. 64.
 
Ram-Naam Sudha-Ras Saagar,
Ram-Naam Gyaan Gun-Agar,
Ram-Naam Shri Ram-Mahaaraaj,
Bhaav-Sindhu Mein Hai Atul-Jahaaj. 65.
 
Ram-Naam Sab Teerth-Sthaan,
Ram-Ram Jap Param-Snaan,
Dho Kar Paap-Taap Sab Dhul,
Kar De Bhaya-Bhram Ko Unmool. 66.
 
Ram Jaap Ravi-Tej Saamaan,
Maha-Moh-Taam Hare Ajnaan,
Ram Jaap De Aanand Mahaan,
Mile Use Jise De Bhagwaan. 67.
 
Ram-Naam Ko Simariye,
Ram-Ram Ek Taar,
Param-Paath Paavan-Param,
Patit Adham De Taar. 68.
 
Maangoon Main Ram-Kripa Din Raat,
Ram-Kripa Hare Sab Utpaat,
Ram-Kripa Leve Ant Sambhaal,
Ram-Prabhu Hai Jan Pratipaal. 69.
 
Ram-Kripa Hai Uchhtar-Yog,
Ram-Kripa Hai Shubh Sanyog,
Ram-Kripa Sab Saadhan-Marm,
Ram-Kripa Sanyam Saty Dharm. 70.
 
Ram-Naam Ko Man Mein Basaana,
Supath Ram-Kripa Ka Hai Paana,
Man Mein Ram-Dhun Jab Phir,
Ram-Kripa Tab Hi Avataar. 71.
 
Rahoon Main Naam Mein Ho Kar Leen,
Jaise Jal Mein Ho Meen Adheen,
Ram-Kripa Bharpoor Main Paaun,
Param Prabhu Ko Bheetar Laaun. 72.
 
Bhakti-Bhaav Se Bhakt Sujan,
Bhajte Ram-Kripa Ka Nidhaan,
Ram-Kripa Us Jaan Mein Aave,
Jis Mein Aap Hi Ram Basaave. 73.
 
Kripa Prasaad Hai Ram Ki Deni,
Kaala-Vyaal Janjaal Har Leni,
Kripa-Prasaad Sudha-Sukh-Swaad,
Ram-Naam De Rahit Vivaad. 74.
 
Prabhu-Prasaad Shiv-Shanti-Daata,
Brahm-Dhaam Mein Aap Pahunchaata,
Prabhu-Prasaad Paave Vah Praani,
Ram-Ram Jaape Amrit-Vaani. 75.
 
Aushadh Ram-Naam Ki Khaaiye,
Mrityu Janm Ke Rog Mitaaiye,
Ram-Naam Amrit Ras-Paan,
Deta Amal Achal Nirvaan. 76.
 
Ram-Ram Dhun Goonj Se,
Bhaav-Bhaya Jaate Bhaag,
Ram-Naam Dhun Dhyaan Se,
Sab Shubh Jaate Jaag. 77.
 
Maangoon Main Ram-Naam Mahaadaan,
Karta Nirdhan Ka Kalyaan,
Dev-Dwaar Par Janam Ka Bhookha,
Bhakti Prem Anuraag Se Rookha. 78.
 
Par Hoon Tera-Yeh Liye Ter,
Charan Paardhe Ki Raakhiyo Mer,
Apna Aap Virad-Vichaar,
Dijiye Bhagwan! Naam Pyaar. 79.
 
Ram-Naam Ne Ve Bhi Taare,
Jo The Adharmi-Adham Hatyaare,
Kapati-Kutil-Kukarmi Anek,
Tar Gaye Ram-Naam Le Ek. 80.
 
Tar Gaye Dhriti-Dharana Heen,
Dharm-Karm Mein Jan Ati Deen,
Ram-Ram Shri Ram-Jap Jaap,
Huye Atul-Vimal-Apaap. 81.
 
Ram-Naam Man Mukh Mein Bole,
Ram-Naam Bhitari Pat Khol,
Ram-Naam Se Kamal-Vikaas,
Hoven Sab Saadhan Sukh-Raas. 82.
 
Ram-Naam Ghat Bhitari Base,
Saans-Saans Nas-Nas Se Rase,
Sapne Mein Bhi Na Bisare Naam,
Ram-Ram Shri Ram-Ram-Ram. 83.
 
Ram-Naam Ke Mel Se,
Saadh Jaate Sab-Kaam,
Dev-Dev Devi Yaada,
Daan Maha-Sukh-Dhaam. 84.
 
Aho Main Ram-Naam Dhan Paaya,
Kaan Mein Ram-Naam Jab Aaya,
Mukh Se Ram-Naam Jab Gaaya,
Man Se Ram-Naam Jab Dhyaaya. 85.
 
Paa Kar Ram-Naam Dhan-Raashi,
Ghor-Avidya Vipad Vinaashi,
Bardha Jab Ram Prem Ka Poor,
Sankat-Sanshay Ho Gaye Door. 86.
 
Ram-Naam Jo Jaape Ek Ber,
Us Ke Bhitari Kosh-Kubera,
Deen-Dukhiya-Daridra-Kangal,
Ram-Ram Jap Hove Nihal. 87.
 
Hriday Ram-Naam Se Bhariye,
Sanchay Ram-Naam Daan Kariye,
Ghaat Mein Naam Moorti Dhariye,
Pooja Antarmukh Ho Kariye. 88.
 
Aankhen Moond Ke Suniye Sitaar,
Ram-Ram Sumadhur Jhankaar,
Us Mein Man Ka Mel Milaao,
Ram-Ram Sur Mein Hi Samaao. 89.
 
Japoon Main Ram-Ram Prabhu Ram,
Dhyaaoon Main Ram-Ram Hare Ram,
Simroon Main Ram-Ram Prabhu Ram,
Gaaoon Main Ram-Ram Shri Ram. 90.
 
Amritvaani Ka Nitya Gaana,
Ram-Ram Man Beach Ramaana,
Deta Sankat-Vipad Nivaar,
Karta Shubh Shri Mangalaachaar. 91.
 
Ram-Naam Jap Paath Se,
Ho Amrit Sanchaar,
Ram-Dhaam Mein Preeti Ho,
Sugun-Gaen Ka Vistaar. 92.
 
Taarak Mantra Ram Hai,
Jis Ka Phal Apar,
Is Mantra Ke Jaap Se,
Nishchay Bane Nistaar. 93.
 
Bolo Ram, Bolo Ram,
Bolo Ram Ram Ram.

Singer - Anuradha Paudwal

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