Current Date: 07 Nov, 2024

श्री हनुमान चालीसा - राग भैरवी(Hanuman Chalisa (Raag Bhairvi))

- Rasraj Ji Maharaj


हनुमान चालीसा हिंदी में (Hanuman Chalisa In Hindi)

॥दोहा॥

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥

॥ चौपाई ॥

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥

कंचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुण्डल कुँचित केसा ॥४

हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेउ साजै ॥

शंकर सुवन केसरी नंदन ।
तेज प्रताप महा जगवंदन ॥

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया ॥८

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ॥

लाय सजीवन लखन जियाए ।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना ।
लंकेश्वर भए सब जग जाना ॥

जुग सहस्त्र जोजन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥२०

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥

सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रक्षक काहू को डरना ॥

आपन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तै काँपै ॥

भूत पिशाच निकट नहिं आवै ।
महावीर जब नाम सुनावै ॥२४

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥

संकट तै हनुमान छुडावै ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥

सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिनके काज सकल तुम साजा ॥

और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८

चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥

साधु सन्त के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ॥

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ॥

राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥३२

तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥

अंतकाल रघुवरपुर जाई ।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥

और देवता चित्त ना धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥३६

जै जै जै हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥

जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय मह डेरा ॥४०

॥ दोहा ॥
पवन तनय संकट हरन,
मंगल मूरति रूप ।
राम लखन सीता सहित,
हृदय बसहु सुर भूप ॥

हनुमान चालीसा अंग्रेजी में (Hanuman Chalisa In English)

॥ Doha ॥
Shri Guru Charan Saroj raj Nija manu Mukura sudhari ।
Baranau Raghuvar Bimal Jasu Jo Dayaku Phala Chari ॥

Budheeheen Tanu Jannike Sumiro Pavan Kumara ।
Bal Buddhi Vidya Dehoo MoheeHarahu Kalesh Vikaar ॥

॥ Chaupai ॥
Jai Hanuman gyan gun sagar ।
Jai Kapis tihun lok ujagar ॥

Ram doot atulit bal dhama ।
Anjani putra Pavan sut nama ॥

Mahabir vikram Bajrangi ।
Kumati nivar sumati Ke sangi ॥

Kanchan varan viraj subesa ।
Kanan Kundal Kunchit Kesha ॥ 4

Hath Vajra Aur Dhwaja Viraje ।
Kaandhe moonj janeu saaje ॥

Sankar suvan kesri Nandan ।
Tej prataap maha jag vandan ॥

Vidyavaan guni ati chatur ।
Ram kaj karibe ko aatur ॥

Prabhu charitra sunibe ko rasiya ।
Ram Lakhan Sita man Basiya ॥ 8

Sukshma roop dhari Siyahi dikhava ।
Vikat roop dhari lank jalava ॥

Bhim roop dhari asur sanhare ।
Ramachandra ke kaj sanvare ॥

Laye Sanjivan Lakhan Jiyaye ।
Shri Raghuvir Harashi ur laye ॥

Raghupati Kinhi bahut badai ।
Tum mama priya Bharat-hi-sam bhai ॥ 12

Sahas badan tumharo yash gaave ।
As kahi Shripati kanth lagaave ॥

Sankadhik Brahmaadi Muneesa ।
Narad Sarad sahit Aheesa ॥

Yam Kuber Dikpaal Jahan te ।
Kavi kovid kahi sake kahan te ॥

Tum upkar Sugreevahin keenha ।
Ram milaye rajpad deenha ॥ 16 ॥

Tumhro mantra Vibheeshan maana ।
Lankeshwar Bhaye Sab jag jana ॥

Yug sahasra yojan par Bhanu ।
Leelyo tahi madhur phal janu ॥

Prabhu mudrika meli mukh mahee ।
Jaladhi langhi gaye achraj nahee ॥

Durgam kaj jagat ke jete ।
Sugam anugraha tumhre tete ॥ 20

Ram duwaare tum rakhvare ।
Hot na agya binu paisare ॥

Sab sukh lahai tumhari sarna ।
Tum rakshak kahu ko darna ॥

Aapan tej samharo aapai ।
Teenon lok hank te kanpai ॥

Bhoot pisaach Nikat nahin aavai ।
Mahavir jab naam sunavai ॥ 24

Nase rog harae sab peera ।
Japat nirantar Hanumat beera ॥

Sankat se Hanuman chhudavai ।
Man Kram Vachan dhyan jo lavai ॥

Sab par Ram tapasvee raja ।
Tin ke kaj sakal Tum saja ॥

Aur manorath jo koi lavai ।
Soi amit jeevan phal pavai ॥ 28

Charon jug partap tumhara ।
Hai parsiddh jagat ujiyara ॥

Sadhu Sant ke tum Rakhware ।
Asur nikandan Ram dulare ॥

Ashta siddhi nav nidhi ke data ।
As var deen Janki mata ॥

Ram rasayan tumhare pasa ।
Sada raho Raghupati ke dasa ॥ 32

Tumhare bhajan Ram ko pavai ।
Janam janam ke dukh bisraavai ॥

Antkaal Raghuvar pur jayee ।
Jahan janam Hari Bhakt Kahayee ॥

Aur Devta Chitt na dharahin ।
Hanumat sei sarv sukh karahin ॥

Sankat kate mite sab peera ।
Jo sumirai Hanumat Balbeera ॥ 36

Jai Jai Jai Hanuman Gosain ।
Kripa Karahun Gurudev ki nayin ॥

Jo shat bar path kare koi ।
Chhutahin bandi maha sukh hoi ॥

Jo yeh padhe Hanuman Chalisa ।
Hoye siddhi saakhi Gaureesa ॥

Tulsidas sada hari chera ।
Keejai Nath Hriday mahn dera ॥ 40

॥ Doha ॥
Pavan Tanay Sankat Harana,
Mangala Murati Roop ।
Ram Lakhan Sita Sahita,
Hriday Basahu Soor Bhoop ॥

और मनमोहक भजन :-

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