Current Date: 16 May, 2024
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कितना बदल गया इंसान - Traditional


M: -    देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
    सूरज ना बदला,चाँद ना बदला,ना बदला रे आसमान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M: -    आया समय बड़ा बेढंगा आज आदमी बना लफंगा
कोरस :-     आया समय बड़ा बेढंगा आज आदमी बना लफंगा
M:-    कहीं पे झगड़ा कहीं पे दंगा नाच रहा नर होकर नंगा
कोरस :-     कहीं पे झगड़ा कहीं पे दंगा नाच रहा नर होकर नंगा
M:-    छल और कपट के हांथों अपना बेच रहा ईमान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M:-    राम के भक्त रहीम के बन्दे रचते आज फरेब के फंदे
कोरस :-     राम के भक्त रहीम के बन्दे रचते आज फरेब के फंदे
M:-    कितने ये मक्कार ये अंधे देख लिए इनके भी धंधे
कोरस :-     कितने ये मक्कार ये अंधे देख लिए इनके भी धंधे
M:-    इन्हीं की काली करतूतों से हुआ ये मुल्क मशान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M:-    जो हम आपस में ना झगड़ते बने हुए क्यूँ खेल बिगड़ते
कोरस :-     जो हम आपस में ना झगड़ते बने हुए क्यूँ खेल बिगड़ते
M:-    काहे लाखो घर ये उजड़ते क्यूँ ये बच्चे माँ से बिछड़ते
कोरस :-     काहे लाखो घर ये उजड़ते क्यूँ ये बच्चे माँ से बिछड़ते
M:-    फूट फूट कर क्यों रोते प्यारे बापू के प्राण
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M:-    आया समय बड़ा बेढंगा आज आदमी बना लफंगा
कोरस :-     आया समय बड़ा बेढंगा आज आदमी बना लफंगा
M:-    कहीं पे झगड़ा कहीं पे दंगा नाच रहा नर होकर नंगा
कोरस :-     कहीं पे झगड़ा कहीं पे दंगा नाच रहा नर होकर नंगा
M:-    छल और कपट के हांथों अपना बेच रहा ईमान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M:-    राम के भक्त रहीम के बन्दे रचते आज फरेब के फंदे
कोरस :-     राम के भक्त रहीम के बन्दे रचते आज फरेब के फंदे
M:-    कितने ये मक्कार ये अंधे देख लिए इनके भी धंधे
कोरस :-     कितने ये मक्कार ये अंधे देख लिए इनके भी धंधे
M:-    इन्हीं की काली करतूतों से हुआ ये मुल्क मशान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M:-    जो हम आपस में ना झगड़ते बने हुए क्यूँ खेल बिगड़ते
कोरस :-     जो हम आपस में ना झगड़ते बने हुए क्यूँ खेल बिगड़ते
M:-    काहे लाखो घर ये उजड़ते क्यूँ ये बच्चे माँ से बिछड़ते
कोरस :-     काहे लाखो घर ये उजड़ते क्यूँ ये बच्चे माँ से बिछड़ते
M:-    फूट फूट कर क्यों रोते प्यारे बापू के प्राण
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

M:-    देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
    सूरज ना बदला,चाँद ना बदला,ना बदला रे आसमान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान
कोरस :-     देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान
    कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

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