Current Date: 12 Oct, 2024

मुझको अगर तू फूल बनाता (Mujhko Agar Tu Phool Banata)

- Sandeep Bansal


 मुझको अगर तू फूल बनाता लिरिक्स हिंदी में (Mujhko Agar Tu Phool Banata Lyrics in Hindi)

मुझको अगर तू फूल बनाता हो सँवारे ,
मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे


तेरा जीकर जीकर इतर का तेरी बात इतर की,
मंदिर में तेरे होती है बरसात इतर की,
छिटा कोई तो मुझपे भी आता सँवारे,
मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे

मेरे श्याम काम आता मैं तेरे शृंगार में,
तेरे भक्त पिरो देते मुझे त्तेरे हार में,
मुझको गल्ले तू रोज लगता ओ सांवरे,
मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे

बन के गुलाब काँटों में रहना कबुल है,
किस्मत में मेरी अगर तेरे चरणों की धूल है,
संदीप सिर न दर से उठता सँवारे,
मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे

मुझको अगर तू फूल बनाता हो सँवारे ,
मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे

 मुझको अगर तू फूल बनाता लिरिक्स अंग्रेजी में (Mujhko Agar Tu Phool Banata Lyrics in English)

mujhako agar too phool banaata ho sanvaare ,
mandir me tera roj sajata o sanvaare


tera jeekar jeekar itar ka teri baat itar ki,
mandir me tere hoti hai barasaat itar ki,
chhita koi to mujhape bhi aata sanvaare,
mandir me tera roj sajata o sanvaare

mere shyaam kaam aata maintere sharangaar me,
tere bhakt piro dete mujhe ttere haar me,
mujhako galle too roj lagata o saanvare,
mandir me tera roj sajata o sanvaare

ban ke gulaab kaanton me rahana kabul hai,
kismat me meri agar tere charanon ki dhool hai,
sandeep sir n dar se uthata sanvaare,
mandir me tera roj sajata o sanvaare

mujhako agar too phool banaata ho sanvaare ,
mandir me tera roj sajata o sanvaare

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