Current Date: 27 Jul, 2024

ना झटको शीश से गंगा - Simran Rathore


ना झटको शीश से गंगा हमारी गौरा भीग जाएगी…..

गौरा के माथे पे बिंदिया भोले के माथे पे चंदा,
के दोनों का मिलन होगा नजारा हम भी देखेगे,
ना झटको शीश से गंगा हमारी गौरा भीग जाएगी….

गौरा के गले में माला है साथ में डमरू वाला है,
के दोनों का मिलन होगा नजारा हम भी देखेगे,
ना झटको शीश से गंगा हमारी गौरा भीग जाएगी..

गौरा के हाथ में कंगना भोले के हाथ में डमरू,
के दोनों का मिलन होगा नजारा हम भी देखेगे,
ना झटको शीश से गंगा हमारी गौरा भीग जाएगी…….

गौरा के पाँव में पायल मोले के पेरो में घुघरू,
के दोनों का मिलन होगा नजारा हम भी देखेगे,
ना झटको शीश से गंगा हमारी गौरा भीग जाएगी….

गौरा के शीश पे चुनरी मोले के तन पे है भस्मी,
के दोनों का मिलन होगा नजारा हम भी देखेगे,
ना झटको शीश से गंगा हमारी गौरा भीग जाएगी….

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